भीलपुर से एक प्रेरक कहानी: "काका की दुकान और डिजिटल तूफ़ान"


हम तो गाँव के लोगों के लिए जीते आए हैं, पर अब वही लोग हमें ‘ऐप’ की दुनिया में भूल रहे हैं।”
रामस्वरूप काका, भीलपुर, हरदोई (उत्तर प्रदेश)


 आज के समय की वास्तविक स्थिति


उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के छोटे से गाँव भीलपुर में रामस्वरूप काका की किराने की दुकान पिछले 40 सालों से गाँव की धड़कन थी। चार पीढ़ियाँ इस दुकान से सामान खरीदती आई थीं। काका की दुकान सिर्फ़ सामान बेचने की जगह नहीं थी, बल्कि गाँव का एक सामाजिक केंद्र थी। शादी-ब्याह में उधार, बच्चों के लिए मुफ्त टॉफियाँ, और बीमारी में दवा का इंतज़ाम — काका हर किसी के लिए हमेशा खड़े रहते थे।


 लेकिन तीन साल पहले, गाँव में एक नया तूफ़ान आया, डिजिटल तूफ़ान।


 काका का पोता, सोहम, जो लखनऊ से बी.कॉम करके लौटा था, एक दिन बोला:
काका, अब गाँव के लोग ‘डिजिटल बाज़ार’ ऐप से सामान मँगवाने लगे हैं। चाय, बिस्किट, साबुन — सब कुछ सस्ता और घर तक पहुँचता है।”


 काका ने हँसकर बात टाल दी: “अरे, गाँव वाले मुझसे ही सामान लेंगे। ये मोबाइल की हवा जल्दी निकल जाएगी।” लेकिन हकीकत जल्दी ही सामने आ गई। दुकान पर ग्राहकों की भीड़ घटने लगी। चायपत्ती का डिब्बा, जो पहले हफ्ते में खत्म हो जाता था, अब महीनों पड़ा रहता।


 


गाँव की एक गृहिणी, रेखा देवी, ने उदासी भरे लहजे में कहा:


काका, आपकी दुकान की चाय ₹22 की है, और ऐप पर वही ₹17 में मिलती है। बच्चों की फीस भी तो भरनी पड़ती है।”


 


दुकान का सन्नाटा और काका का टूटता मन


हर सुबह काका दुकान खोलते, पुराने रजिस्टर पलटते, और सोच में डूब जाते। “रमेश के लड़के की शादी में सारा सामान यहीं से लिया था। अब वही मोबाइल से मँगवाता है।” दुकान के बाहर चौराहे पर अब सन्नाटा पसरने लगा था। काका की दुकान, जो कभी गाँव का दिल थी, अब एक पुरानी याद बनती जा रही थी।


काका की पत्नी, राधा काकी, ने एक दिन कहा:


सारा गाँव बदल गया है, और तुम वही पुराने रजिस्टर में उलझे हो। अब कुछ नया करना पड़ेगा, वरना ये दुकान बंद हो जाएगी।”


 


उम्मीद की किरण: BVGF का सहयोग


एक दिन गाँव में एक बैठक हुई। भारतीय वैश्य ग्लोबल फाउंडेशन (BVGF), एक वास्तविक संगठन जो वैश्य समाज के छोटे व्यापारियों के सशक्तिकरण के लिए काम करता है, ने “ग्राम व्यापारी सहायक योजना” शुरू की थी। BVGF के ज़िला प्रतिनिधि गाँव पहुँचे और काका से मिले। उन्होंने कहा:


काका, आपकी दुकान को अब सिर्फ़ भीलपुर तक सीमित नहीं रहना है। हम इसे डिजिटल दुनिया में ले जाएँगे, ताकि आपका भरोसा और व्यापार दोनों बरकरार रहें।”


 


BVGF ने काका के लिए जो किया:


WhatsApp Business और UPI का इस्तेमाल सिखाया।


काका की दुकान के सामान की सूची BVGF लोकल-मार्ट ऐप पर डाली।


ग्राहकों को मोबाइल से ऑर्डर देने और घर पर डिलीवरी की सुविधा दी।


गाँव में “अपने व्यापारी से खरीदो” अभियान चलाया।


अन्य छोटे दुकानदारों को जोड़कर एक स्थानीय व्यापारी सहयोग मंडल बनाया।


 


नया सवेरा


कुछ ही महीनों में काका की दुकान फिर से गुलज़ार हो उठी। ग्राहक अब मोबाइल पर ऑर्डर देते, और काका का बेटा, रवि, साइकिल पर सामान पहुँचाता। गाँव की एक युवती, प्रीति, ने कहा:


ऐप पर ऑफर तो मिलते हैं, पर काका की दुकान का भरोसा नहीं मिलता। अब तो दोनों मिल रहे हैं!”


 


काका अब मुस्कुराते हुए कहते हैं:


मोबाइल ने मेरा धंधा छीना था, पर अब उसी मोबाइल ने मेरी दुकान को नई ज़िंदगी दी।”


 


BVGF का संदेश


डिजिटल भारत का मतलब यह नहीं कि गाँव का व्यापार मिट जाए। हमारा लक्ष्य है कि हर गाँव का व्यापारी डिजिटल ताकत पाए और अपने भरोसे को बरकरार रखे।”


 


भारतीय वैश्य ग्लोबल फाउंडेशन (BVGF)


👉 वैश्य समाज के छोटे व्यापारियों को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने की राष्ट्रव्यापी मुहिम। [www.bvgf.in]


 


कहानी के लिए भाव और सामग्री देने वाले, आपके अपने


सी ए डॉ विनय मित्तल


राष्ट्रीय अध्यक्ष


भारतीय वैश्य ग्लोबल फाऊंडेशन


 


डिस्क्लेमर


यह कहानी पूर्णतः काल्पनिक है। इसमें वर्णित पात्र, घटनाएँ, और विशिष्ट स्थान (जैसे भीलपुर) लेखक की कल्पना की उपज हैं। कहानी का उद्देश्य डिजिटल युग में स्थानीय व्यापारियों की चुनौतियों और अवसरों को दर्शाना है, ताकि पाठक इस पर विचार करें और प्रेरित हों। यह किसी विशिष्ट व्यक्ति, स्थान, या वास्तविक घटना से संबंधित नहीं है। भारतीय वैश्य ग्लोबल फाउंडेशन (BVGF) एक संगठन है, जो वैश्य समाज के उत्थान और सशक्तिकरण के लिए कार्य करता है


 


लोगों को सोचने पर मजबूर करने वाला संदेश


यह कहानी हमें एक सवाल देती है: क्या डिजिटल युग में हम अपने स्थानीय व्यापारियों को भूल रहे हैं? क्या हम उस भरोसे को बचा सकते हैं, जो गाँव की छोटी दुकानों में बसता है? यह कहानी हमें याद दिलाती है कि तकनीक को अपनाने का मतलब पुरानी जड़ों को छोड़ना नहीं, बल्कि उन्हें और मजबूत करना है

Follow up on X
https://x.com/bvgfglobal/status/1953144977334387116" aria-invalid="true">https://x.com/bvgfglobal/status/1953144977334387116

Follow up on Face Book
https://www.facebook.com/profile.php?id=61570276236796